हमारा भारत देश एक ऐसा देश जिसमें आपको अलग — 2 बोलीयों सुनने को मिलती है और अलग — 2 खानों के सवादों को चकने का मौका मिलेगा.
एक ऐसा Dash यहां पर आपको हर धर्म से जुडे और हर संस्किती से जुडे Log भारत की गलीयों में घुमते नजर आऐगे।
इस के बिना हर जाति/Cast और बरादरी के लोग आपकों सरकारी दफतरों में । कारखाने में । बैंकों में । डाक घरों में
कार्या/Work करते नजर आऐंगे।
करें यह दमदार बिजनेस,शुरूआत में हीं आप हो जाएंगे करोडपति | kutir udyog kise kahate hain ?
अगर आप नहीं समझे तो यहां उदहरान सहित समझाते है.
बात गांव की करें तो Gaon में रहने वालें एक ही फैमिली के सभी मैंबरों दुबारा आगे पीढी दर पीढी जलाया जाता है,
उसको हीं कूटीर उद्रयोग आखते है,तो उम्मीद है,की आपको पता चल गया होगा की कुटीर उद्योग का मतलब क्या है ?
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2.कुटीर उद्योग की विशेषताएं बताइए | Features of cottage industry
यहां पर आपको एक कुटीर उद्योग की विशेषताएं क्यां है ? उसके बारे में बतने जा रहे है, जैसे की
1. यह व्यावसय एक Low investment high return वाला काम है, आप इसको कम पंूजी मे आंरभ कर सकते हो।
2. Laghu kutir udyog में जो कुटीर उद्योग मशीन का उपयोग किया जाता है उनकी कीमत कम होती है
3.सरल प्रकार के उत्यादों को बनाया जाता है, जिसमें टाईम बहुत अधिन नहीं लगता।
4. इसकों घर पर हीं चालू किया जाता है।
5.ज्यादा लेबर की जरूरत नहीं पडती।
6.आपको घर से दूर नहीं जाना पडता फैकटरी लगाने के लिए।
8.अगर आप इसको Suru करते हो, तो भारत सरकार की तरफ से कई योजनोयों का लाभ मिल सकता है.
यांनी की Indian Govrt. भी आपकी हैल्प करती है, अगर आप इसको चालू करते हो अपने गांव में यां फिर अपने घर में छोटो पैमाने पर।
9.इस तरहां के कामों में मशीनों का उपयोग बहुत कम होता है ज्यादा काम हाथों से किया जाता है.
10.कुटीर उद्योग बेरोजगारी दूर करने में सहायक माना जाता है.
उपर कुटीर उद्योग की किन्हीं पाँच विशेषताओं का उल्लेख किया गया है, और उमीद है की आप कुटीर उद्योग का महत्व के बारे में अच्छी तरहां से समझ गए होगे.
3.कुटीर उद्योग के उदाहरण | kutir udyog ke udaharan
उपर आपको कूटीर उदयोग की लाभों के बारे में विस्तार रूप से समझाया गया है और यहां नीचे आपको कुटीर उद्योग में कौन कौन — 2 से उद्योग आते हैं? उसके बारे में बताने जा रहे है।
यहां नीचे आपको निम्नलिखित कुटीर उद्योगों की List के विभिन्न क्षेत्रों के Examples दिए गए हैं,
जैसे की :—
1. मुद्राक्षरी { हस्तलिखित लिपि) निर्माण.
2. पोतली (पुराणी कपड़ों की पुरानी कपड़े से बनाई गई थैली) निर्माण.
3. गुड़का (जग्गरी) निर्माण.
4. बांस की वस्त्र बनाना.
5. जूते बनाना (हैंडमेड जूते).
6. फूलों की मालाएं बनाना.
7. मोमबत्ती निर्माण.
8. खाद्य प्रसंस्करण (आटा पिसाई, धनिया पिसाई, मसाला प्रसंस्करण).
9. बाल्टी बनाना (लकड़ी या प्लास्टिक से).
10. रेशमी धागों की सिलाई और बुनाई.
यह कवेल कुछ उदाहरण हैं और कुटीर उद्योग के अन्य भी कई क्षेत्र हैं जैसे की —
1,बरतन निर्माण,
2. झाड़ू बनाना,
3 .गुड़दा निर्माण,
4 .बिस्किट निर्माण,
आदि।
यह कुटीर उद्योग की सूची आपको यह समझने में Help करेंगे कि कुटीर उद्योग विभिन्न क्षेत्रों में कितना विस्तारित हो सकता है.
और आप इन में से किसी एक को Start कर सकते हों अपने गांव में यां फिर अपने घर में तो उम्मीद है की आप जान गए होगे की Udyog kitne prakar ke hote hain.
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4.लघु एवं कुटीर उद्योग की समस्याएं | Problems of cottage industries in India
कुटीर उद्योगों को नियामकीय, आर्थिक और तकनीकी Problems का सामना करना पड़ सकता है। यहां नीचे आपको कुछ मिसालें दी है जैसे की :-
1. वित्तीय संकट:
इस तरहां के उद्योगों के लिए प्राथमिकता संकटों का अनुभव कर सकती है, जैसे कि पाठशाला की अभाव, उच्च लागतों की अभाव, वित्तीय संसाधनों की कमी आदि.
2. तकनीकी समस्याएं:
तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि
1.उत्पादन की गुणवत्ता का नियंत्रण,.
2.उत्पादन प्रक्रिया की अद्यतन या अपग्रेड करने की आवश्यकता.
3. नवीनतम तकनीकों के अभाव
आदि।
3. बाजारी समस्याएं:
बाजार में अपनी उपस्थिति बनाए रखने और प्रतिस्पर्धा के साथ समर्थन करने की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
4. योग्यता और प्रशिक्षण की कमी:
काम करने वाले लोगों को योग्यता और Training की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
5. अभाव नियामकीय समर्थन:
समर्थन और सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ सकता है। यह क्षेत्रीय, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय नियामकीय नीतियों, कानूनों और आवश्यक अनुमतियों की अभाव के कारण हो सकता है।
5.लघु एवं कुटीर उद्योग की समस्या एवं समाधान
भारत मेंl Laghu udyog की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन उन्हें सहायता और समर्थन के माध्यम से इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
Indian सरकार और अन्य संगठनों के द्वारा उद्योगों को विकास के लिए निर्देशित करने, वित्तीय संसाधनों के प्रदान करने,
तकनीकी सहायता प्रदान करने और बाजारी समस्याओं का समाधान करने में मदद की जा सकती है।
6.कुटीर उद्योग की परिभाषा
एक ऐसा छोटा उद्योग है जो Gharelu स्तर पर शुरू होता है और छोटे-मध्यम उद्यमियों द्वारा आंरभ होता है जिसका मुख्य लक्ष्य स्वरोजगार और आय की स्रोत के रूप में सेटिंग उप करना होता है।
इसको घरेलू कारख़ाने के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यह छोटे पैमाने पर उत्पादन करता है.
7.कुटीर उद्योग के प्रकार
कुटीर उद्योग के कई प्रकार हो सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख कुटीर उद्योगों का उल्लेख दिया गया है
जैसे की :
1 कुटीर उद्योग ग्रामीण.
2 कुटीर उद्योग नगरीय.
Conclusion | अंत में :-
उपर आप लोगों को कुटीर उद्योग क्या है विस्तार से समझाया गया है और इसके बिना आप लोगों को इसके अंदर आने वाले
कुटीर उद्योग कौन - कौन से हैं? की एक List दी गई है, जिसको ध्यान में रख कर आप अपने उद्योग को अपने Gaon mein यां फिर अपने शहर में चालू कर सकते हों।
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